यह दिन सिर्फ जेंडर इक्वालिटी को ही बढ़ावा देने के लिए नहीं, बल्कि स्वास्थ्य, शिक्षा, और सुरक्षित वातावरण के अधिकारों की भी वकालत करता है।
यह दिन सिर्फ जेंडर इक्वालिटी को ही बढ़ावा देने के लिए नहीं, बल्कि स्वास्थ्य, शिक्षा, और सुरक्षित वातावरण के अधिकारों की भी वकालत करता है।